सौराष्ट्र के लिए राहत की खबर सामने आई है. मौसम विभाग ने सौराष्ट्र से रेड अलर्ट के पूर्वानुमान को हटा दिया है क्योंकि ओडिशा से बारिश प्रणाली बिखर रही है, इससे पहले मौसम विभाग ने राजकोट, जूनागढ़ और वलसाड में भारी बारिश की संभावना को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था. हालांकि, मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है. राज्य में अब केवल 20 फीसदी कम बारिश हो रही है.
जामजोधपुर पंथ में बारिश
मौसम विभाग ने सौराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना जताई है. इस बीच जामनगर के जामजोधपुर पंथ में एक दिन की छुट्टी के बाद एक बार फिर बारिश का मौसम शुरू हो गया है. जामजोधपुर में सुबह से एक बार फिर तेज बारिश शुरू हो गई है. जामजोधपुर के रामखड़ी, खारवड़, तिरुपति सोसाइटी, सुभाष चौक, बैरिस्टर चौक, लेमडा लाइन समेत इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ का पानी भर गया है.
खील उठी प्रकृति
गिर सोमनाथ में मूसलाधार बारिश के कारण प्रकृति खील उठी है.उस समय प्रकृति की गोद में बसे जामजीर जलप्रपात और प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर का हवाई नजारा देखा गया है. जमजीर जलप्रपात शिंगोडा नदी से होकर गुजरता है.गिर के जंगल में भारी बारिश के कारण जलप्रपात बढ़कर सोलह हो गया है. हालांकि इस झरने को मौत का झरना भी कहा जाता है. इसलिए झरने के पास जाना, नहाना और सेल्फी लेना मना है.
पोरबंदर के घेड पंथ में पानी का कहर
पोरबंदर के घेड पंथ में पिछले दो दिनों से भादर और ओजत का पानी आ गया है. पोरबंदर के पास चिकासा गांव में अब नदी का पानी लोगों के घरों में रिस रहा है. भादर नदी का पानी लोगों के घरों में रिसने से कुछ लोगों को प्रशासन से बाहर निकाला गया है. चिकासा गांव के पशुचारक और किसान सड़क पर अपने पशुओं को खड़ा करने को मजबूर हैं. घरों में पानी घुस जाने से लोगों के घरों को भारी नुकसान हुआ है.