मौसम विभाग ने कल से राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है, मौसम विभाग ने सूरत, नवसारी, वलसाड और डांग में भारी बारिश की संभावना जताई है, राज्य में इस सीजन में अब तक कुल 204.94 मिमी या औसतन 24.64 प्रतिशत बारिश हुई है.
आणंद, बनासकांठा, दाहोद, खेड़ा, मेहसाणा, पंचमहल, अमरेली, भावनगर, राजकोट और कच्छ में भी हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग ने आज दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में बारिश की संभावना जताई है, वलसाड में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है.
मछुआरों को समुद्र की जुताई न करने की भी हिदायत दी गई है, राज्य में पिछले साल की तुलना में अब तक 13 फीसदी कम बारिश हुई है. उस समय राज्य के 32 जिलों में औसत से कम बारिश हुई थी.तापी जिले में औसत से 73 फीसदी कम बारिश हुई है, जबकि गांधीनगर में 69 फीसदी और दाहोद में 61 फीसदी कम बारिश हुई है, ऐसे में नौ जिलों में 50 फीसदी से ज्यादा बारिश से चिंता और बढ़ गई है.
उत्तरी गुजरात में बारिश
उत्तरी गुजरात के किसान मौजूदा मानसून में बारिश की शुरुआत को लेकर चिंतित हैं, मौजूदा मानसून में उत्तरी गुजरात में 39.03 फीसदी कम बारिश हुई है. दो दौर में मेहसाणा में 39.11 फीसदी कम और पाटन में 6.33 फीसदी कम बारिश हुई.
इस साल मानसून 40 फीसदी पूरा हो चुका है, 19 जुलाई की स्थिति के अनुसार, उत्तरी गुजरात में नौ इंच की आवश्यकता के मुकाबले औसतन पांच इंच बारिश हुई है, दूसरे शब्दों में, उत्तरी गुजरात में औसतन 39.03 प्रतिशत बारिश हुई है.