जूनागढ़ में गिरनार की रोप-वे यात्रा अब पर्यटकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करेगी. क्योंकि गिरनार रोप-वे को माई केयर इंफेक्शन रिस्क मैनेजमेंट सर्टिफिकेट मिल चुका है. गिरनार रोपवे की निर्माता उषा ब्राको नीदरलैंड की डीएनवी द्वारा प्रमाणित होने वाली भारत की पहली रोपवे कंपनी बन गई है.
इस सर्टिफिकेट से कंपनी के साथ-साथ गुजरात और जूनागढ़ का भी गौरव बढ़ा है,पर्यटकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने से पर्यटन को भी लाभ होगा.
राज्य के सबसे ऊंचे पर्वत गिरनार और गिरनार पर्वत पर आठ महीने से रोपवे चालू होने के बाद से अब तक करीब 4 लाख पर्यटक रोपवे यात्रा का आनंद उठा चुके हैं. गिरनार रोपवे परियोजना उषा ब्राको कंपनी द्वारा विकसित की गई है और यह एशिया का सबसे बड़ा रोपवे है.तो स्वाभाविक रूप से इसकी ऊंचाई लेने में जोखिम भी होता है. इसीलिए इस रोपवे ने दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया है और सफलता भी हासिल की है.
पर्यटक सुरक्षित रूप से रोपवे यात्रा का आनंद ले रहे हैं. अब उषा ब्राको को सर्टिफिकेट मिला है कि रोपवे यात्रा की सुरक्षा के साथ-साथ पर्यटक स्वास्थ्य की दृष्टि से भी सुरक्षित हैं.