नई दिल्ली: कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत को जल्द ही एक और हथियार मिलने को तैयार है. अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बोरलाला ने मंगलवार को कहा कि फाइजर अब भारत में कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी मिलने के अंतिम चरण में है, उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि जल्द ही हम सरकार के साथ अंतिम समझौते पर पहुंच जाएंगे”
वर्तमान में देश में तीन कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई है. ये टीके हैं कोविशील्ड, कोवासिन और स्पुतनिक-वी. इसलिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि भारत में टीकाकरण कार्यक्रम में इस्तेमाल किए जा रहे दो टीके कोविशील्ड और कोवासिन डेल्टा के दोनों प्रकारों में प्रभावी हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वह जल्द ही एंटीबॉडी टाइटर्स की मात्रा और मात्रा के बारे में जानकारी जारी करेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि डेल्टा और डेल्टा प्लस भारत समेत दुनिया भर के 80 देशों में मौजूद हैं. यह चिंता का विषय है. डेल्टा प्लस 9 देशों में है, अर्थात् यूएस, यूके, स्विटजरलैंड, पोलैंड, जापान, पुर्तगाल, रूस, चीन, नेपाल और भारत. भारत में डेल्टा प्लस के 22 मामले रत्नागिरी और जलगांव में पाए गए हैं, 16 मामले केरल और एमपी में शेष छह मामले हैं. इन राज्यों में डेल्टा प्लस के लिए कैसे आगे बढ़ना है, इस पर एडवाइजरी जारी की गई है.