दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार को महाराष्ट्र और कर्नाटक पहुंचा.इससे दोनों राज्यों के तटीय भागों में बारिश हुई. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून उम्मीद के मुताबिक रहेगा. यह महाराष्ट्र के तटीय रत्नागिरी जिले के हरनाई बंदरगाह पर पहुंच गया. इसके कारण दक्षिण कर्नाटक जिले में भी बारिश हुई. मानसून जारी रहने के लिए मौसम अनुकूल है.इसका विस्तार मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों तक हो सकता है.
आईएमडी के अनुसार, मानसून के अगले 48 घंटों में गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भागों में पहुंचने की संभावना है. दक्षिण महाराष्ट्र से केरल तक फैला हुआ है. निचले तटों पर भी तेज हवाएं चलने का अनुमान है.
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले दो दिनों में दक्षिण अरब सागर और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, केरल के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, पुडुचेरी और कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों, रायलसीमा और दक्षिण में जाएगा. और मध्य बंगाल की खाड़ी। आम तौर पर मुंबई में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि 11 जून, 27 जून को दिल्ली में, 28 जून को चंडीगढ़ में होती है.
3 जून को केरल पहुंचा मानसून
मानसून ने गुरुवार को केरल में प्रवेश किया था, मौसम विभाग ने अपने सभी पूर्वानुमानों के पूरा होने के बाद केरल में मानसून के आगमन की घोषणा की.इस बार मानसून 2 दिन लेट है। दक्षिण पश्चिम केरल में मॉनसून के आने के हालात कुछ दिन पहले ही शुरू हो गए थे.