विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नर्मदा जिले के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के आसपास के क्षेत्र को प्रदूषण मुक्त क्षेत्र घोषित किया है. वहीं केवड़िया देश का पहला इलेक्ट्रिक वाहन शहर बन जाएगा, जहां पर्यटकों को लाने-ले जाने के लिए सिर्फ इलेक्ट्रिक बसों, कारों या रिक्शा का ही इस्तेमाल किया जाएगा. इस पहल से न केवल प्रतिमा, बल्कि केवड़िया सफारी पार्क के पारिस्थितिकी तंत्र की भी रक्षा होगी.
इस वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आपको भविष्य के लिए एक योजना के बारे में बताना चाहता हूं” आने वाले दिनों में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए गुजरात के खूबसूरत शहर केवड़िया में सिर्फ बैटरी से चलने वाले वाहनों को ही प्राथमिकता दी जाएगी. केवड़िया गुजरात का एक ऐसा शहर है जहां स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की वजह से पर्यटन को गति मिली है.राष्ट्रीय पर्यटन सलाहकार परिषद (NTAC) के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व पर्यटन मंत्री के. जे. अल्फोंस ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि होगी.
इलेक्ट्रिक बसें व अन्य पार्किंग स्टैंड भी बनेंगे
केवड़िया में इलेक्ट्रिक बसों सहित वाहन अनिवार्य होते जा रहे हैं. अब तक यहां पर्यटकों के लिए 80 बसें चल रही थीं. उनके लिए बस स्टैंड भी बनाए गए थे.अब जब ये बसें बंद हैं तो ई-बसें वहीं खड़ी की जाएंगी. यहां एक और ई-वाहन पार्क करने की भी व्यवस्था की जाएगी.
ई-वाहन यूरोप से प्रेरित
केवड़िया में ई-वाहन योजना की प्रेरणा यूरोपीय देशों से आई है. यहां फ्रांस, जर्मनी और इटली जैसे देशों के पर्यटक ई-बाइक पसंद करते हैं. साल 2020 में यूरोप में ई-वाहन की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है. उस साल वहां 4 बिलियन की ई-बाइक्स बिकी थीं.