कोरोना महामारी के बीच अरब सागर में तूफान के बाद गुजरात सरकार सतर्क हो गई है. सरकार ने आशंकाओं के बाद कार्रवाई की है कि टाउटे नामक तूफान कच्छ और सौराष्ट्र के तटों पर पहुंच सकता है. इस संबंध में, गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने तूफान के खिलाफ सुरक्षा तैयारियों पर समीक्षा बैठक बुलाई. सौराष्ट्र का पूरा सिस्टम अलर्ट हो गया है.जिला कलेक्टरों को भी सुरक्षा उपाय करने के लिए निर्देशित किया गया है. सरकार ने महेसूल विभाग से भी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
मछुआरों को निर्देश दिया गया था कि वे समुद्र में ना जाए
राज्य सरकार ने टाउटे तूफान के कारण गुजरात के तट पर किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए एक कार्य योजना बनाई है. राज्य के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि मछुआरों को निर्देश दिया गया है कि वे समुद्र में ना जाए. इसके अलावा, तट के किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थान पर चले जाने की अपील की गई है. NDRF की टीमों को कच्छ और सौराष्ट्र के तटों पर तैनात किया जाएगा. गांधीनगर में कंट्रोल रुम भी शुरू किया जाएगा,जहां से टाउटे तूफान पर सीधी नजर रखी जाएगी, इतना ही नहीं, कच्छ-सौराष्ट्र के कलेक्टर सहित स्थानीय निकायों को भी आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे.

कब टकराएगा तुफान
तूफान ‘टाउटे’ 19 मई को सौराष्ट्र-कच्छ में हिट होने की संभावना है. तूफान का असर सौराष्ट्र के तट पर वेरावल, पोरबंदर, भनवाड़, सलैया, द्वारका, जामनगर, मोरबी, कूड़ा में दिखाई देगा. जबकि कच्छ के मांडवी, गांधीधाम, नलिया, भदली, रापर, खवड़ा, लखपत में और देखने को मिलेगा.
लॉ प्रेशर बनने के बाद ही तूफान की दिशा तय की जाएगी
तूफान से ओमान के समुद्रों को एक दिशा में और दूसरे को दक्षिण पाकिस्तान में पार करने की उम्मीद है. तदनुसार, गुजरात का तटीय भाग प्रभावित हो सकता है. कम दबाव बनने के बाद ही इसकी दिशा के बारे में कुछ कहा जा सकता है. 14 मई को कम दबाव के बाद, लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों, तमिलनाडु में घाटों और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है.35-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चल सकती हैं