अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक गर्ल स्कूल में बम विस्फोट हुआ, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई वही 100 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है.राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले के लिए तालिबान के एक धड़े को जिम्मेदार ठहराया है जबकि तालिबान ने इस हमले की निंदा की है और इसमें अपना हाथ होने से इन्कार किया है.गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक आरियन के अनुसार घटना की जांच शुरू हो गई है. मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है.
काबुल के गृहमंत्रालय ने एक निवेदन जारी कर बताया कि मरने वालों में अधिकतर 11 से 15 साल की लड़कियां हैं. पीड़ित परिजनों ने रविवार को अपने प्रियजनों को सुपुर्दे खाक कर दिया. काबुल केअल-शाहदा स्कूल की छुट्टी होने के बाद विद्यार्थी जब बाहर निकल रहे थे तब स्कूल के प्रवेश द्वार के बाहर तीन धमाके हुए.जिस इलाके में यह विस्फोट हुआ है उसमें बड़ी संख्या में शिया मुसलमान रहते हैं, इस लिहाज से शक आतंकी संगठन आइएस पर भी जा रहा है.
इस घटना की भारत ने निंदा की है. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि-भारत इस हमले की कड़ी निंदा करता है. बयान में कहा गया कि भारत हमेशा से अफगानिस्तान के युवाओं की शिक्षा का समर्थन किया है और इसे आगे भी जारी रखेगा. भारत ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और आतंकवाद को खत्म करने का आह्वान किया.