वैश्विक कोविड -19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में, केंद्र सरकार सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर एक सुसंगत स्थिति बनाए रखने के लिए काम कर रही है. विशेष रूप से, टीकाकरण को गति देने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो के अनुसार, विभिन्न राज्यों की अनुमानित जनसंख्या की गणना अक्टूबर 2020 में ही की गई थी. जिसमें गुजरात की आबादी 6 करोड़ 94 लाख 2 हजार बताई गई है.
जब कि राज्य सरकार के पास वर्तमान में 4 लाख 10 हजार 698 खुराक की शेष रहै, जबकि 8 लाख 98 हजार 700 खुराक निकट भविष्य में उपलब्ध होगी.इस प्रकार वर्तमान में 13 लाख 3 हजार 998 खुराक की व्यवस्था की गई है.हालाँकि, गुजरात में सभी राज्यों में टीकों की आपूर्ति सबसे अधिक है.
अभी भी 51 प्रतिशत आबादी को टीकाकरण की आवश्यकता
16 जनवरी से अब तक यानी 4 महीने में कुल 1 करोड़ 32 लाख 14 हजार 916 टीकाकरण पूरे किए जा चुके हैं. जो गुजरात की 69.4 मिलियन की आबादी का 19% है, इस प्रकार राज्य की 19 प्रतिशत जनसंख्या का टीकाकरण हो गया. इस प्रकार 51% आबादी को अभी भी टीकाकरण की आवश्यकता है.
टीकाकरण के लिए कितने प्रतिशत टीकाकरण आवश्यक है?
वैज्ञानिकों के अनुसार, टीकाकरण 70 प्रतिशत होना चाहिए, जिसके कारण देश की अधिकांश आबादी को संक्रमण से बचाया जा सकता है, हालांकि, कुछ वैज्ञानिकों को डर है कि दूसरी लहर में वायरस के प्रसार को देखते हुए टीकाकरण की दर बढ़ाई जानी चाहिए.
राज्य को अब तक 1.39 करोड़ खुराक मिली है
अब तक गुजरात को केंद्र सरकार से 1 करोड़ 39 लाख 71 हजार 790 खुराक मिली है. जिसमें से 1.49 फीसदी वेस्ट हो गई है. जिसमें से 1 करोड़ 35 लाख 61 हजार 95 बर्बादी की खुराक सहित खपत की गई है, जबकि 4 लाख 10 हजार 698 खुराक का संतुलन है. जबकि निकट भविष्य में 8 लाख 98 हजार 700 खुराक मिलेगी. इस प्रकार 13 लाख 9 हजार 700 खुराक उपलब्ध हैं.