भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर एक विचारधारा है, जिन्होंने अपना सारा जीवन दलित, पिछड़े और शोषित लोगों के कल्याण में लगा दिया. उन्होंने संविधान निर्माण के साथ-साथ देश में आधुनिक सोच की नीव रखी.
संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था. भीमराव रामजी अंबेडकर को बाबा साहेब के नाम से भी पहचाना जाना जाता है, वो भारतीय राजनीतिज्ञ, न्यायविद और अर्थशास्त्री थे.
क्या कहा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाबा साहेब को नमन किया.उन्होंने लिखा, ‘भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पी बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि! डॉ. आंबेडकर ने समतामूलक न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया. आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्प लें.
प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहब को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं आंबेडकर जयंती पर भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबडेकर को सिर झुकाकर नमन करता हूं. उन्होंने अपने संघर्ष से समाज के हाशिये पर पहुंच चुके वर्गों को मुख्यधारा में लाने का काम किया, जो हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल रहेगा’