एक समय एसा था कि देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण काबू में आने लगा था और केसिस कम होने लगे थे, पर वर्तमान स्थिति में हाल कुछ एसा है की दिल्ली की कई प्राइवेट हॉस्पिटल्स में बेड कमी होने लगी है.
दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल रहे लोक नायक हॉस्पिटल में कोरोना दर्दीयों के लिए 50 वेंटिलेटर थे, जिनमें से इस समय सिर्फ एक वेंटिलेटर खाली है. एम्स ट्रॉमा सेंटर में 71 वेंटिलेटर में से सिर्फ़ 12 ही खाली बचे हैं.
26 प्राइवेट अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर सुविधा फिलहाल उपलब्ध नहीं है.कुल 33 प्राइवेट अस्पतालों में ICU बेड्स की संख्या शून्य हो चूकी है.