देश में कोरोना वायरस फिर से कहर मचा रहा है. लोग समद रहे थे की कोरोना देश से जा रहा है, पर लगातार बढ़ते केस ने लोगों की और सरकार की चिंता बढा दी है.11 मार्च 2020 यें वही तारीख थी जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को ग्लोबल महामारी माना था. अब स्थिति फिर से पहले जैसी हो गई है.
उत्तर से दक्षिण तक कोरोना के केस तेजी से बढ रहे है. देश में कोरोना के 22 हजार से ज्यादा नए केस सामने आ रहे है. चिंता की बात तो यह की इन मामलों में 85 परसेंट केस महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में से आते है.
इन राज्यों में है चिंताजनक केस
- महाराष्ट्र में कोरोना के 13 हजार 659 नए केस सामने आए हैं, जो कि बिते पांच महीने में सबसे अघिक है.
- कोरोना के 409 नए केस आए, दो महीने में एक दिन का सबसे ज्यादा है.
- पंजाब में 24 घंटे में 1700 से ज्यादा केस आ रहे. 6 जिलों नवांशहर, जालंधर, होशियारपुर, कपूरथला, पटियाला और लुधियाना में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है.
कौन है जिम्मेदार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण के सैलाब के पीछे लोगों की लापरवाही, टेस्टिंग की कमी और भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम जिम्मेदार बताया है. महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों की वजह से अलग-अलग शहरों में फिर से लॉकडाउन और सख्ती का दौर शुरू हो गया है.
- औरंगाबाद और जलगांव में महाराष्ट्र सरकार ने आंशिक लॉकडाउन
- औरंगाबाद के सभी पर्यटन स्थलों को बंद
- बिना मास्क घर से बाहर दिखने वाले लोगों पर कार्रवाई
- जलगांव में तीन दिन के जनता कर्फ्यू का एलान
- इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं को जारी रखने की छूट
- नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक आंशिक तौर पर लॉकडाउन