देशभर के 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों और परिवहन व श्रमिक संघों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) में सुधार और ई-बिल को लेकर आज को भारत बंद बुलाया है. इस बीच दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की है. इस फैसले का समर्थन करते हुए ट्रांसपोर्टर्स संगठनों ने सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम करने का ऐलान किया है.
भारत बंद का क्या है कारण
व्यापारियों और अन्य संघों का भारत बंद वस्तु एवं सेवा कर के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर किया जा रहा है. इसके अलावा ई-वे बिल को खत्म करने को लेकर ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.
1.दिल्ली समेत देशभर के सभी राज्यों में छोटे-बड़े 1500 व्यापारी संगठन GST पोर्टल पर लॉग इन नहीं कर अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे. इसमें लघु उद्योग, हॉकर्स, महिला उद्यमी और व्यापार से जुड़े अन्य क्षेत्रों के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय संगठन भी शामिल होंगे.
2. अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ ने 26 फरवरी को भारत बंद बुलाया है. इसमें 40 हजार ट्रेडर्स एसोसिएशन शामिल हो रहे हैं, जो 8 करोड़ ट्रेडर्स की अगुवाई करते हैं. इसके अलावा ट्रांसपोर्टर्स की सबसे बड़ी संस्था ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने भी CAIT के भारत बंद का साथ देने का ऐलान कर दिया है.
3. चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और टैक्स एडवोकेट्स के संघों ने भी हड़ताल का समर्थन किया है. इसलिए, उनकी सेवाएं प्रभावित रहने की संभावना है.
4. होलसेल एवं रिटेल बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे.
क्या-क्या खुल है
1. देशव्यापी बंद से किसी को परेशानी ना हो इसलिए आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी. इसमें मेडिकल स्टोर, दूध, सब्जी आदि की दुकानें शामिल हैं.
2. रिहायशी कॉलोनियों में लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाली दुकानें भी बंद से बाहर रहेंगी.
3. ज्यादातर व्यापारियों का कहना है कि परिवहन व्यवस्था पर खास असर नहीं पड़ेगा. केवल व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित रहने की संभावना है.
भारत बंद में किसानों के शामिल होने की अपील
दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने गुरुवार को किसानों से 26 फरवरी को परिवहन एवं श्रमिक संघों द्वारा बुलाए गए भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की. मोर्चा ने एक बयान में कहा कि वह परिवहन एवं श्रमिक संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करता है.