चमोली मे जलप्रलय से जूडी पलपल की अपडेट्स हम आपको दे रहे है. तमाम जानकारी लिए NEWzZAR के इस पेज को रिफ्रेश करते रहीए
- ऋषिगंगा में आई जल प्रलय से 174 लोग अभी भी लापता हैं, इनमें से टनल में फंसे हुए करीब 35 मजदूरों को निकालने की कवायद जारी है. वहीं, 32 शव निकाले जा चुके हैं, इनमें से 2 की शिनाख्त हो गई है.सभी शव टनल से और आसपास के क्षेत्रों में नदियों के किनारे से मिले हैं. वहीं उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने आज सुबह बताया कि टनल में थोड़ा और आगे बढ़े हैं, अभी टनल खुली नहीं है.
- लापता लोगों के परिचित इस मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. डीआईजी नीलेश अनन्द भरण ने मोबाइल नम्बर +91 7500016666 जारी किया है। व्हाट्स एप के माध्यम से अज्ञात लोगों और शवों की तस्वीरें भेजी जाएंगी.
- केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने त्रासदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. आरके सिंह ने कहा कि एनटीपीसी की परियोजना में काम कर रहे 93 श्रमिक लापता हैं. हमें लगता है कि वे लोग बचे नहीं हैं. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि 49 लोग अभी भी सुरंग में फंसे हुए हैं. मारे गए श्रमिकों के परिवार को 20-20 लाख रुपये देने को कहा गया
- आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम तपोवन टनल में दाखिल हुई है. टीम सुरंग के अंदर के जल स्तर की जांच करेगी जहां से मलबा साफ किया गया है.
- उत्तराखंड त्रासदी में अबतक 36 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं, अभी भी करीब 170 लोग लापता हैं. तपोवन की सुरंग में भी 35 लोग फंसे हुए बताए जा रहे हैं, जिन्हें बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है. एनडीआरएफ, सेना और एसडीआरएफ का ज्वाइंट ऑपरेशन जारी है.
- अभी 130 मीटर टनल साफ हो चुकी है. 180 मीटर की दूरी पर टर्न है. उम्मीद है कि फंसे लोग यहां हो सकते हैं, क्योंकि टर्न की वजह से हो सकता है कि वहां मलबा ना गया हो. सैलाब ने सबसे ज्यादा नुकसान एनटीपीसी के पावर प्रोजेक्ट को पहुंचाया है. ये पावर प्रोजेक्ट तपोवन में बन रहा है और वहां दो टनल यानी सुरंगों का काम बड़े ही जोर शोर से चल रहा है. लेकिन ग्लेशियर टूटने के बाद जब 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जो पानी यहां पहुंचा, तो सुरंगों में कीचड़ भर गया.